होते हैं कुछ लोग भाव विहीन होते हैं होते हैं कुछ लोग जो रोते हैं न हंसते हैंं होते हैं कुछ लोग भाव विहीन होते हैं होते हैं कुछ लोग जो रोते हैं न ...
गली-गली में हम घूमते थे हम ही गांव का नक्शा थे गली-गली में हम घूमते थे हम ही गांव का नक्शा थे
कोई मां से बिछड़ जाए कोई मां से मिलने को तरस जाए कोई मां से बिछड़ जाए कोई मां से मिलने को तरस जाए
लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं
बदलाव जरूरी है... बदलाव जरूरी है...
सपने टूटते हैं बड़ी खामोशी से अपने लूटते हैं बड़ी खामोशी से । ज़र,जोरू,ज़मीन की ख़ातिर ह सपने टूटते हैं बड़ी खामोशी से अपने लूटते हैं बड़ी खामोशी से । ज़र,जोरू,ज़म...